आज़ादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में बोरवट के नई आबादी में धर्मसभा का आयोजन किया गया। बेणेश्वर धाम के पीठाधीश्वर अच्युतानंद महाराज ने कहा कि महिलाओं का तप, त्याग और समर्पण समाज की उन्नति का प्रेरक बन रहा है। जिस समाज और परिवार में महिलाओं का सम्मान होता है वहां खुशहाली व समृद्धि रहती है। महाराज ने यह बात रविवार को बोरवट के नई आबादी में आयोजित धर्मसभा में कही। यहां वाल्मीकि समाज की महिलाओं ने धर्मराज व्रत का उद्यापन कर महाराज का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर महाराज ने बेणेश्वर धाम पर प्रस्तावित 1008 कुण्डी महायज्ञ व प्रतिष्ठा महोत्सव का न्योता भी दिया। उन्होंने सामर्थ्य अनुसार तन-मन-धन से सहयोग का आह्वान किया। कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद के धर्माचार्य प्रमुख डॉ. विकास भाई भट्ट, हरि मन्दिर बालावाड़ा के महंत रामलाल महाराज का भी संत सानिध्य प्राप्त हुआ। इस मौके पर वाल्मीकि समाज से नटवर भाई, प्रभु भाई, विटला भाई एवं साद समाज से जयंती भाई, प्रेमचंद भाई, रूपचंद भाई, हीरालाल ने आगंतुक संतों व अच्युतानंद महाराज का स्वागत अभिनन्दन किया। मावजी महाराज के भजन व आरती कचरा भाई पाडिकला के नेतृत्व में प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में विनोद पानेरी द्वारा संपादित पुस्तक बातें बुजुर्गों की के लिए महाराज ने शुभकामनाएं व्यक्त की। इस मौके पर सरपंच यशपाल कटारा ने भी महाराज का स्वागत किया। कार्यक्रम में बोरवट के करेंग, लालजी, खोमा, कचरू लक्ष्मण, रामा, गौतम, रूपा, नटवर, प्रभु, जगजी, बाबू लालजी, मणिलाल, धूलजी गोपाल, मनोहर, कमजी, गेबा, राहुल, गटु, प्रकाश, रमेश आदि कार्यकर्ताओं ने सहयोग दिया एवं आस पास के गांवों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।