भारत को श्रेष्ठ बनाने के लिए स्वस्थ बनाना जरूरी है. सूर्य नमस्कार एक ऐसी क्रिया है जो तन और मन को स्वस्थ बनाती है.
भारत सरकार की ओर से स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ पर 75 करोड़ सूर्य नमस्कार का संकल्प किया गया है. इसके तहत महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में शुक्रवार 21 जनवरी को सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया. इस अवसर पर अपने संदेश में कुलपति प्रो. शुक्ल ने कहा कि कुछ मिनटों के अभ्यास में स्वस्थ रहने का तरीका है सूर्य नमस्कार. यह योग का सार तत्व तथा सभी प्रकार के आसनों का निचोड़ है. उन्होंने कहा कि 75 करोड़ सूर्य नमस्कार के साथ भारत पूरी दुनिया में योग विद्या और योग पद्धति को जीवन पद्धति बनाने के लिए संकल्पित होकर प्रचारित कर रहा है, हमें भी इस अभियान में अपना योगदान देना चाहिए.
गांधी हिल्स पर आयोजित सूर्य नमस्कार में प्रति कुलपति डाॅ. चंद्रकांत रागीट, क्रीड़ा समिति के अध्यक्ष प्रो. नृपेंद्र प्रसाद मोदी, क्रीड़ा समिति के सदस्य सचिव सहायक प्रोफेसर अनिकेत आंबेकर एवं विद्यार्थियों ने योगाभ्यास किया.